दसवीं के बाद इन मेडिकल कोर्सेज में होती है बंपर कमाई

दसवीं पास करने के बाद अगर आप मेडिकल फील्ड में करियर बनाने का सपना देखते हैं, तो आपके लिए कई शानदार रास्ते खुले हैं। मेडिकल सेक्टर में आपको इज्जत के साथ-साथ अच्छी कमाई का मौका भी मिलता है। खास बात ये है कि 10th के बाद आपको 12th की पढ़ाई पूरी करने का इंतजार नहीं करना पड़ता। कई डिप्लोमा कोर्स ऐसे हैं जो आपको हेल्थकेयर इंडस्ट्री में जल्दी शुरुआत करने का मौका देते हैं। तो चलिए आज हम High-Paid Medical Courses After 10th के बारे में विस्तार से जानते हैं और देखते हैं कि आपके लिए कौन सा ऑप्शन बेस्ट हो सकता है।

दसवीं के बाद मेडिकल कोर्स चुनने का फायदा

मेडिकल फील्ड में करियर बनाना मतलब है एक ऐसी जॉब जो न सिर्फ आपको आर्थिक रूप से मजबूत बनाए और समाज में इज्जत भी दिलाए। दसवीं के बाद मेडिकल कोर्स करने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि आप जल्दी ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं। ज्यादातर कोर्स 2-3 साल के होते हैं, यानी आप कम समय में जॉब के लिए तैयार हो जाते हैं। ये कोर्स किफायती भी होते हैं और सरकारी व प्राइवेट दोनों सेक्टर में हाई-पेड जॉब्स का रास्ता खोलते हैं।

मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी और नर्सिंग में करियर

मेडिकल फील्ड में डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी (MLT) एक बेहतरीन विकल्प है। ये 2 साल का कोर्स है, जिसमें आप लैब टेक्नीशियन बनना सीखते हैं। इसमें ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट जैसी जांच करना सिखाया जाता है। इसकी शुरुआती सैलरी 3-6 लाख रुपये सालाना होती है और अनुभव के साथ ये 10 लाख तक जा सकती है। हॉस्पिटल, डायग्नोस्टिक लैब, और रिसर्च सेंटर में जॉब के ढेरों मौके मिलते हैं।

दूसरी ओर, डिप्लोमा इन नर्सिंग भी कमाल का कोर्स है। ये 2-3 साल का होता है और मरीजों की देखभाल करना सिखाता है। सरकारी अस्पतालों में नर्स की सैलरी 4-8 लाख सालाना तक होती है, जबकि प्राइवेट में 3-6 लाख से शुरू होती है। नर्सिंग की डिमांड भारत और विदेशों में भी बढ़ रही है।

रेडियोलॉजी और डेंटल हाइजीन

अगर आपको टेक्नोलॉजी और इमेजिंग में रुचि है, तो डिप्लोमा इन रेडियोलॉजी आपके लिए बना है। ये 2 साल का कोर्स है, जिसमें X-Ray, MRI, और CT स्कैन जैसे टेस्ट करना सिखाया जाता है। शुरुआत में 3-7 लाख रुपये सालाना कमाई हो सकती है और अनुभव के साथ ये 12 लाख तक पहुंच सकती है। बड़े शहरों में रेडियोलॉजिस्ट की डिमांड तेजी से बढ़ रही है।

वहीं, डिप्लोमा इन डेंटल हाइजीन भी एक शानदार ऑप्शन है। इसमें आप दांतों की देखभाल और सफाई करना सीखते हैं। 2 साल के इस कोर्स के बाद डेंटल हाइजीनिस्ट बनकर 3-5 लाख सालाना कमा सकते हैं, और बड़े शहरों में ये 8 लाख तक जा सकती है। डेंटल क्लिनिक और हॉस्पिटल में जॉब आसानी से मिल जाती है।

फार्मेसी और ऑपरेशन थिएटर

डिप्लोमा इन फार्मेसी उन लोगों के लिए बेस्ट है जो दवाइयों की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं। ये 2 साल का कोर्स है, जिसमें दवाइयों की जानकारी, स्टोर मैनेजमेंट, और कस्टमर हैंडलिंग सिखाई जाती है। फार्मासिस्ट बनकर आप 3-6 लाख सालाना कमा सकते हैं, और दवा कंपनियों में ये सैलरी 10 लाख तक जा सकती है। आप चाहें तो खुद का मेडिकल स्टोर भी खोल सकते हैं।

इसके अलावा, डिप्लोमा इन ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी (OTT) भी हाई-पेड करियर का रास्ता है। इसमें आप सर्जरी के दौरान डॉक्टर की मदद करना और इक्विपमेंट हैंडल करना सीखते हैं। 2 साल के इस कोर्स के बाद सैलरी 3-6 लाख से शुरू होती है और अनुभव के साथ 8-10 लाख तक पहुंच सकती है। बड़े हॉस्पिटल में OTT टेक्नीशियन की जरूरत हमेशा बनी रहती है।

फिजियोथेरेपी और मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी का स्कोप

फिजियोथेरेपी में रुचि रखने वालों के लिए डिप्लोमा इन फिजियोथेरेपी एक शानदार कोर्स है। ये 2 साल का होता है और मरीजों को व्यायाम व थेरेपी से ठीक करना सिखाता है। शुरुआती सैलरी 3-5 लाख सालाना होती है, जो अनुभव के साथ 10 लाख तक जा सकती है। स्पोर्ट्स, हॉस्पिटल, और प्राइवेट प्रैक्टिस में इसके ढेरों मौके हैं।

दूसरी तरफ, डिप्लोमा इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी उन लोगों के लिए है जो डेटा मैनेजमेंट में अच्छे हैं। ये 1-2 साल का कोर्स है, जिसमें मरीजों के रिकॉर्ड मैनेज करना सिखाया जाता है। सैलरी 2.5-5 लाख सालाना से शुरू होती है और अनुभव के साथ बढ़ती जाती है। हॉस्पिटल और हेल्थकेयर ऑफिस में जॉब के लिए ये अच्छा ऑप्शन है।

कोर्स की फीस और एलिजिबिलिटी क्या है?

इन मेडिकल कोर्स की फीस आमतौर पर 20,000 से 1 लाख रुपये सालाना तक होती है, जो इंस्टीट्यूट और लोकेशन के हिसाब से बदल सकती है। कोर्स में दाखिला लेने के लिए आपको 10th पास होना जरूरी है। कुछ जगहों पर मिनिमम 50% मार्क्स भी मांगे जा सकते हैं। उम्र सीमा ज्यादातर 17 से 25 साल के बीच रखी जाती है, ताकि युवा जल्दी करियर शुरू कर सकें।

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