राजस्थान बीएसटीसी (बेसिक स्कूल टीचिंग कोर्स) परीक्षा का आयोजन वर्धमान महावीर ओपन विश्वविद्यालय (वीएमओयू), कोटा द्वारा 30 जून 2024 को सफलता पूर्वक किया गया। इस परीक्षा में 595,047 अभ्यर्थियों ने भाग लिया था और यह परीक्षा 1917 परीक्षा केंद्र पर आयोजित करवाई गई थी।
बीएसटीसी का रिजल्ट 17 जुलाई को सुबह 8:30 बजे घोषित किया गया। परिणाम घोषित होते ही सभी अभ्यर्थी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे कि उन्हें कौन से कॉलेज में दाखिला मिलेगा। अब हम आपको संभावित कट ऑफ के बारे में जानकारी देंगे जिससे आप अपने स्कोर का सही अनुमान लगा सकें।
राजस्थान बीएसटीसी काउंसलिंग का शेड्यूल भी जल्द ही जारी किया जाएगा। जानकारी के अनुसार राजस्थान में बीएसटीसी के लिए कुल 25,970 सीटें हैं, जिससे प्रत्येक सीट के लिए करीब 25 विद्यार्थियों के बीच मुकाबला होगा। बीएसटीसी की प्रथम काउंसलिंग का कार्यक्रम इसी महीने जारी होने की संभावना है।
राजस्थान बीएसटीसी डी.एल.एड कैटिगरी वाइज अपेक्षित कट ऑफ 2024
राजस्थान बीएसटीसी डी.एल.एड परीक्षा में पुरुष और महिला दोनों प्रकार के उम्मीदवारों ने भाग लिया था। इसलिए बीएसटीसी की कट ऑफ भी महिला और पुरुष उम्मीदवारों के लिए अलग-अलग रहेगी। पुरुष उम्मीदवारों के लिए विभिन्न श्रेणियों के लिए कट ऑफ मार्क्स की सीमा 445 से 355 अंकों के बीच है, जबकि महिला उम्मीदवारों के लिए यह सीमा 435 से 315 अंकों के बीच है। हालांकि अभी तक बीएसटीसी की ऑफिशियल कट ऑफ जारी नहीं की गई है। नीचे दी गई टेबल में श्रेणीवार अपेक्षित कट ऑफ मार्क्स का की डिटेल दी गई है:
पुरुष उम्मीदवारों के लिए अपेक्षित कट ऑफ मार्क्स
श्रेणी | कट ऑफ मार्क्स (पुरुष) |
---|---|
सामान्य | 425 से 445 |
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) | 405 से 425 |
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) | 395 से 415 |
अति पिछड़ा वर्ग (MBC) | 395 से 415 |
अनुसूचित जाति (SC) | 355 से 375 |
अनुसूचित जनजाति (ST) | 355 से 375 |
महिला उम्मीदवारों के लिए अपेक्षित कट ऑफ मार्क्स
श्रेणी | अपेक्षित कट ऑफ मार्क्स (महिला) |
---|---|
सामान्य | 415 से 435 |
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) | 395 से 415 |
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) | 385 से 405 |
अति पिछड़ा वर्ग (MBC) | 385 से 405 |
अनुसूचित जाति (SC) | 325 से 345 |
अनुसूचित जनजाति (ST) | 315 से 335 |
उम्मीदवार इन अपेक्षित कट ऑफ मार्क्स का उपयोग यह अनुमान लगाने के लिए कर सकते हैं कि उन्हें बीएसटीसी डी.एल.एड परीक्षा में प्रवेश के लिए कितने अंक प्राप्त करने होंगे। यह अनुमानित कट ऑफ मार्क्स वास्तविक कट ऑफ से भिन्न हो सकते हैं, जो परीक्षा के बाद घोषित किए जाएंगे। उम्मीद है कि यह जानकारी उम्मीदवारों को उनकी तैयारी में मदद करेगी और उन्हें परीक्षा के बाद अपने संभावित परिणामों का पूर्वानुमान लगाने में सहायता करेगी।
राजस्थान बीएसटीसी मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स
बीएसटीसी (बेसिक स्कूल टीचिंग कोर्स) के लिए कोई निर्धारित मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स नहीं होते हैं। हालांकि प्रवेश के लिए आपको परीक्षा पास करनी होगी और प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। लगभग सभी परीक्षाओं के कट-ऑफ मार्क्स हर साल बदलते रहते हैं और विभिन्न श्रेणियों (सामान्य, SC, ST, OBC आदि) के लिए अलग-अलग होते हैं।
बीएसटीसी की परीक्षा में पास होने के लिए उम्मीदवारों को मिनिमम क्वालीफाइंग मार्क्स प्राप्त करने होंगे। जिन उम्मीदवारों के अंक इन न्यूनतम अंकों के बराबर या उससे अधिक होंगे उन्हें परीक्षा में उत्तीर्ण माना जाएगा। नीचे दी गई टेबल में श्रेणीवार न्यूनतम योग्यता अंक दिए गए हैं। ये न्यूनतम क्वालीफाइंग मार्क्स हैं और अंतिम कटऑफ अंक आवेदकों की संख्या, परीक्षा की कठिनाई, और उपलब्ध सीटों की संख्या जैसे विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है।
श्रेणी | न्यूनतम योग्यता अंक |
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सामान्य | 50% |
अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति | 45% |
अन्य पिछड़ा वर्ग | 45% |
विकलांग | 45% |
सामान्य श्रेणी की विधवा / तलाकशुदा महिला उम्मीदवार | 45% |
राजस्थान बीएसटीसी कट ऑफ डाउनलोड की प्रक्रिया
राजस्थान बीएसटीसी कट ऑफ डाउनलोड करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट predeledraj2024.in पर जाएं।
होमपेज पर बीएसटीसी प्री डी.ईएल.ईडी कट ऑफ और परिणाम लिंक पर क्लिक करें।
इसके बाद कट ऑफ अंक आपकी स्क्रीन पर दिखाई देंगे। इसे डाउनलोड करें और भविष्य के संदर्भ के लिए प्रिंट कर लें।
बीएसटीसी की कट ऑफ को प्रभावित करने वाले कारक
अभ्यर्थियों की संख्या: आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या जितनी अधिक होगी, कट ऑफ उतनी ही बढ़ेगी।
परीक्षा की कठिनाई स्तर: परीक्षा की कठिनाई स्तर भी कट ऑफ को प्रभावित करता है। कठिन परीक्षा होने पर कट ऑफ कम हो सकती है और आसान परीक्षा होने पर कट ऑफ बढ़ सकती है।
उपलब्ध सीटें: बीएसटीसी कोर्स के लिए विभिन्न कॉलेजों में उपलब्ध सीटों की संख्या भी कट ऑफ को प्रभावित करती है। अधिक सीटें होने पर कट ऑफ कम हो सकती है।
आरक्षण नीति: अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए सरकार की आरक्षण नीति भी कट ऑफ को प्रभावित करती है।