UPI Payment Rule Change: आज इस टाइम पर ज्यादातर लोग ऑनलाइन पेमेंट के लिए यूपीआई को ही इस्तेमाल करते हैं और यह सबसे आसान तरीका है। इसलिए आपके एक बड़ी खबर है कि 1 नवंबर 2024 के बाद से पूरे देश में यूपीआई पेमेंट से जुड़े दो बड़े बदलाव लागू हो रहे हैं।
1 नवंबर 2024 से यूपीआई में दो बड़े बदलाव किए गए हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने छोटे डिजिटल भुगतान को और आसान बनाने के लिए यूपीआई लाइट में ऑटो टॉप-अप फीचर जोड़ा है और ट्रांजेक्शन लिमिट को भी बढ़ा दिया है। इस नए फीचर और लिमिट बढ़ोतरी से यूपीआई यूजर्स के लिए छोटे पेमेंट्स और भी सिंपल और सैफ हो जाएंगे।
क्या है ऑटो टॉप-अप फीचर?
यूपीआई का ऑटो टॉप-अप फीचर यूपीआई लाइट अकाउंट के बैलेंस को अपने आप रीचार्ज कर देगा जब बैलेंस पहले से तय सीमा से कम हो जाएगा। यूजर्स अपनी यूपीआई ऐप में जाकर इस टॉप-अप की राशि को सेट कर सकते हैं साथ ही इसमें एक दिन में ज्यादा से ज्यादा पांच बार टॉप-अप करने की सीमा भी रखी गई है। NPCI के अनुसार इस फीचर से 500 रुपये तक के पेमेंट्स बिना पिन के पूरे किए जा सकेंगे। NPCI ने यह सुविधा 27 अगस्त 2024 को लॉन्च की थी जो अब से सभी यूजर्स के लिए लागू कर दी गई है। इसके साथ ही यूजर्स को अपने यूपीआई ऐप के माध्यम से एक मैंडेट सेटअप करना होगा जो उनके बैंक अकाउंट से यूपीआई लाइट वॉलेट में ऑटो टॉप-अप को ऑथराइज्ड करेगा। यूजर्स अपनी सुविधा के अनुसार इस मैंडेट को कभी भी कैंसल कर सकते हैं।
नए दिशा-निर्देशों के अनुसार यूजर्स अब 1000 रुपये तक का भुगतान बिना पिन के कर सकते हैं जो पहले 500 रुपये की सीमा पर था। साथ ही वॉलेट बैलेंस की अधिकतम सीमा 2000 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये कर दी गई है। हालांकि डेली ट्रांजेक्शन की लिमिट में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह अभी भी 4000 रुपये पर बनी हुई है।
NPCI ने अक्टूबर 2024 में रिकॉर्ड 16.58 बिलियन यूपीआई ट्रांजेक्शन दर्ज किए जिनकी कुल कीमत 23.5 ट्रिलियन रुपये रही। सितंबर की तुलना में यह वॉल्यूम में 10% और वैल्यू में 14% इंक्रीमेंट को बताता है।