भारत में लाखों छात्र डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही अपने इस सपने को साकार कर पाते हैं। मेडिकल की पढ़ाई और नीट (NEET) परीक्षा की तैयारी के दौरान छात्रों में एम्स (AIIMS – All India Institute of Medical Sciences) डॉक्टर को मिलने वाली सैलरी जानने को बेताब रहते हैं। इस लेख में हम एम्स में डॉक्टरों की सैलरी, भत्ते और अन्य सुविधाओं के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
एम्स में डॉक्टरों की सैलरी और भत्ते उनके पद, अनुभव और योग्यता के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। एम्स डॉक्टरों को बेसिक सैलरी के अलावा कई अन्य लाभ भी मिलते हैं जिससे उनकी फाइनेंसियल कंडीशन मजबूत होती है। अधिक अनुभव और उच्च योग्यता वाले डॉक्टरों को हाई लेवल की सैलरी और बेहतर सुविधाएं मिलती हैं।
AIIMS डॉक्टर की सैलरी
एम्स में डॉक्टरों की सैलरी उनके पद और अनुभव के आधार पर भिन्न होती है। एम्स में एमबीबीएस (MBBS) करने के बाद डॉक्टर अपनी सेवा जूनियर डॉक्टर के रूप में शुरू करते हैं, जिन्हें सीनियर रेजिडेंट्स भी कहा जाता है।
सीनियर रेजिडेंट (MBBS डॉक्टर): एम्स में सीनियर रेजिडेंट यानी MBBS डॉक्टर की प्रति माह सैलरी 85,000 रुपये से 1,00,000 रुपये तक होती है। यह शुरुआती सैलरी होती है जिसमें विभिन्न प्रकार के भत्ते और सुविधाएं भी शामिल होती हैं।
असिस्टेंट प्रोफेसर: एम्स में असिस्टेंट प्रोफेसर का मासिक वेतन 90,000 रुपये से 1,10,000 रुपये तक होता है। यह वेतन अनुभव और योग्यता के आधार पर भिन्न हो सकता है।
एसोसिएट प्रोफेसर: एसोसिएट प्रोफेसर की मंथली सैलरी 1,20,000 रुपये से 1,50,000 रुपये तक होती है। एम्स में इस पद पर डॉक्टरों को उच्च स्तर की जिम्मेदारियां और प्रोजेक्ट्स मिलते हैं।
सीनियर रेजिडेंट प्रोफेसर: सीनियर रेजिडेंट प्रोफेसर का वेतन प्रति माह 1,80,000 रुपये तक होता है। यह पद अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर दिया जाता है।
विभाग प्रमुख और वरिष्ठ सलाहकार: विभाग प्रमुख और वरिष्ठ सलाहकारों का वेतन प्रति माह 1,80,000 रुपये से 2,20,000 रुपये तक हो सकता है। इन पदों पर कार्यरत डॉक्टरों को अधिकतम वेतन और सुविधाएं मिलती हैं।
AIIMS डॉक्टर को मिलने वाले अलाउंस
एम्स डॉक्टरों को बेसिक सैलरी के साथ कई अन्य लाभ भी मिलते हैं। इनमें डीयरनेस अलाउंस (DA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA) और अन्य भत्ते शामिल हैं। विभिन्न एम्स अस्पतालों की लोकेशन, शहर, डॉक्टरों का अनुभव और पे स्केल आदि को देखते हुए वेतन में थोड़ा बहुत बदलाव मिल सकता है।
हाउस रेंट अलाउंस (HRA): एम्स डॉक्टरों को उनके निवास के लिए हाउस रेंट अलाउंस दिया जाता है। यह अलाउंस शहर के महंगे या सस्ते होने के आधार पर भिन्न हो सकता है।
डीयरनेस अलाउंस (DA): डीयरनेस अलाउंस महंगाई दर के आधार पर दिया जाता है। यह अलाउंस समय-समय पर सरकार द्वारा बढ़ाया जाता है जिससे डॉक्टरों की सैलरी में वृद्धि होती है।
चिकित्सा सुविधाएं: एम्स डॉक्टरों को अपने और अपने परिवार के लिए मुफ्त या सब्सिडी दर पर चिकित्सा सुविधाएं मिलती हैं। इसमें हॉस्पिटल में इलाज, दवाइयां और अन्य चिकित्सा सेवाएं शामिल हैं।
पेंशन लाभ: सेवानिवृत्ति के बाद एम्स डॉक्टरों को पेंशन लाभ मिलता है। यह लाभ उनकी सेवा अवधि और सैलरी के आधार पर निर्धारित होता है।
छुट्टी का अधिकार: एम्स डॉक्टरों को सरकारी नियमों के अनुसार छुट्टी का अधिकार भी मिलता है। इसमें सालाना छुट्टी, आकस्मिक छुट्टी और चिकित्सा छुट्टी शामिल हैं।