हरियाणा में कोहरे और प्रदूषण को देखते हुए 5 जिलों के प्राइमरी स्कूलों को बंद करने का नोटिस जारी हुआ है।
हरियाणा में बीते कुछ दिनों से बढ़ते कोहरे और धुंध के कारण आम जनता के साथ-साथ स्कूल के बच्चों पर भी इसका असर पड़ रहा है। घने कोहरे और प्रदूषण के कारण सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। हाल ही में हिसार के बरवाला में पांच वाहनों की भिड़ंत हुई हालांकि इस दुर्घटना में किसी की जान नहीं गई। ऐसी घटनाओं के मद्देनजर राज्य सरकार ने रोहतक, सोनीपत, नूंह, झज्जर और पानीपत जैसे जिलों में कक्षा पांचवीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद करने का आदेश दिया है। ये जिले दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में आते हैं जहां प्रदूषण और कोहरे का असर सबसे अधिक है।
गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 445 के आसपास दर्ज किया गया है पूरे शहर में सफेद धुएं की चादर फैली हुई है जिससे आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है हरियाणा सरकार ने इस स्थिति को देखते हुए सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि वे प्रदूषण और धुंध के स्तर का आकलन कर स्कूलों को बंद करने का निर्णय लें।
करनाल जिले में कोहरे का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि दिन के समय भी वाहन चालकों को हेडलाइट जलानी पड़ रही है घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को सड़कों पर चलने में दिक्कत हो रही है स्कूली बच्चों को भी कोहरे के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है इस स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड और कोहरे की समस्या और बढ़ सकती है।
हरियाणा सरकार ने स्कूलों को बंद करने के साथ ही इस बात पर ध्यान दिया है कि बच्चों की पढ़ाई पर कोई असर न पड़े शिक्षा विभाग ने आदेश दिया है कि स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जाएं ताकि बच्चे घर बैठे अपनी पढ़ाई जारी रख सकें सभी स्कूलों को ऑनलाइन मोड में पढ़ाई के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
शिक्षा विभाग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि हर जिले के उपायुक्त स्थिति का आकलन कर स्कूलों को बंद करने का फैसला ले सकते हैं यह भी साफ बताया गया है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अलग-अलग मूल्यांकन किया जा सकता है।