Odisha School Closed: ओडिशा राज्य सरकार ने चक्रवात डाना की आशंका को देखते हुए राज्य के 14 जिलों में सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया है। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार गंजाम, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रापड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, क्योंझर, ढेंकानाल, जाजपुर, अंगुल, खुर्दा, नयागढ़ और कटक जिलों के स्कूल 23 अक्टूबर से 25 अक्टूबर 2024 तक बंद रहेंगे। शैक्षणिक संस्थान 28 अक्टूबर 2024 को फिर से खुलेंगे।
चक्रवात डाना के ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 24 अक्टूबर की रात से 25 अक्टूबर की सुबह के बीच चक्रवात के टकराने की चेतावनी जारी की है। ओडिशा के कई तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश और तेज हवाओं का अनुमान है।
खासकर खुर्दा, गंजाम और जगतसिंहपुर जिलों में IMD ने 24 अक्टूबर को रेड अलर्ट जारी किया है और यहां पर तेज बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने की भी संभावना जताई है।
चक्रवात के चलते राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का ओडिशा दौरा भी स्थगित कर दिया गया है। राष्ट्रपति को 23 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच मयूरभंज जिले के बांगरीपोसी, उपरबेड़ा, रायरंगपुर, पुरी और भुवनेश्वर का दौरा करना था जहां वह तीन रेलवे लाइनों के शिलान्यास के कार्यक्रम में भाग लेने वाली थीं।
विशेष राहत आयुक्त डीके सिंह ने स्कूल और सामूहिक शिक्षा विभाग को पत्र जारी कर इन जिलों में स्कूल बंद करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि चक्रवात डाना के संभावित प्रभाव को देखते हुए यह कदम उठाया गया है ताकि छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को भी 23 से 25 अक्टूबर तक बंद रखने का आदेश दिया गया है।
IMD के अधिकारियों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य क्षेत्र और उत्तरी अंडमान सागर में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने और मंगलवार सुबह तक अवसाद में बदलने की संभावना है। इसके बाद, यह चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होकर 24 अक्टूबर की रात और 25 अक्टूबर की सुबह के बीच ओडिशा और बंगाल तट के बीच टकरा सकता है।
सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाया है और लोगों से अपील की है कि वे घरों में रहें और आवश्यकता पड़ने पर ही बाहर निकलें। संबंधित विभागों को भी सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना किया जा सके।